सार्वजनिक माध्यमिक विद्यालय
दिंनाक: 23 Sep 2016 15:49:57 |
सार्वजनिक माध्यमिक विद्यालय
इतिहास :- परम श्रध्देय स्व. श्री बाबा साहब गोखले के असीम त्याग और परिश्रम के फलस्वरूप सन् 1943 से संस्था का शुभारंभ सार्वजनिक शिशु पाठशाला के नाम से हुआ।
सन् 1943 से 1958 तक विद्यालय का संचालन बालदे भवन जीवाजीगंज में हुआ। इसके पश्चात सन् 1959 से सन् 2009 तक विद्यालय का संचालन राजवाडे भवन नई सड़क में हुआ। सन् 2009 से विद्यालय का स्थानांतरण पुन: बालदे भवन जीवाजीगंज में किया गया।
विद्यालय के प्रारंभ से सन् 1970 तक अध्यापन कार्य मराठी एवं हिन्दी दोनो ही माध्यम से किया जाता रहा। तत्पश्चात सन् 1970 से केवल हिन्दी माध्यम में अध्यापन कार्य किया जाता रहा। वर्तमान में सन् 2006 से अध्यापन कार्य अंग्रेजी माध्यम में कराया जा रहा है।
अब तक विद्यालय में कुल 7 प्रधानाध्यापक अपनी सेवाए दे चुके है। जिनकी सूचि निम्नानुसार है। -
क्र.
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प्रधानाध्यापक का नाम
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प्रभारी / प्रधानाध्यापक
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कार्यकाल
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1.
2.
3.
4.
5.
6.
7.
8.
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श्रीमती कमलाबाई भाटवडेकर
श्री नरहरी सोहनी
श्री वसंत राखे
श्रीमती शारदा केलकर
श्रीमती मंदाकिनी कान्हेरे
श्रीमती अल्पना करकरे
श्री पंकज नाफड़े
श्रीमती अल्पना करकरे
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प्रधानाध्यापक
प्रधानाध्यापक
प्रधानाध्यापक
प्रधानाध्यापक
प्रभारी प्रधानाचार्य
प्रभारी प्रधानाचार्य
प्रभारी प्रधानाचार्य
प्रभारी प्रधानाचार्य
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जुलाई 1943 से अप्रैल 1948 तक
मई 1948 से अप्रैल 1962 तक
मई 1962 से अप्रैल 1972 तक
मई 1972 से अगस्त 1998 तक
सितम्बर 1998 से जून 2002 तक
जुलाई 2002 से मई 2012 तक
जून 2012 से जनवरी 2017 तक
जनवरी 2017 से आज तक
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वर्तमान गतिविधियाँ -
- कक्षा 3 से 8 तक कम्प्यूटर शिक्षा दी जा रही है। तथा छोटे बच्चों को कम्प्यूटर द्वारा अध्यापन कराया जा रहा है।
- शासन द्वारा विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। तथा विभिन्न छात्रवृत्तियां भी शासन एवं समिति द्वारा प्रदान की जा रही है।
- समय- समय पर विद्यालय में बालसभाएँ, सांस्कृतिक कार्यक्रम विभिन्न प्रतियोगिताएँ एवं खेलकूद आदि संपन्न कराए जाते है। तथा विजयी छात्रों का पुरस्कृत किया जाता है।
- अध्यनरत छात्रों को योग प्रशिक्षक द्वारा योग सिखाया जाता है।
- शासन के आदेशानुसार विद्यार्थियों द्वारा सूर्यनमस्कार का आयोजन किया जाता है।
- माह के अंतिम सप्ताह में P.T.M. का आयोजन किया जाता है। जिसमें अभिभावक द्वारा दिय गये सुझावों पर कार्य योजना बनाई जाती है।
भविष्य योजना :-
- भविष्य में स्मार्ट क्लास प्रारंभ करने की योजना है।
- योग क्लास एवं खेलकूद गतिविधियाँ नियमित हो इस हेतु विशेष प्रयास करने की योजना है।
- छात्रों में नैतिकता एवं आदर्श भाईचारा स्थापित करने हेतु विशेष प्रयास किये जा रहे है। एवं भ्रमण हेतु ले जाने की योजना भी है।
- शारीरिक एवं बोध्दिक गतिविधियों को बढ़ाने की योजना है।
उपलब्धियाँ :-
- विद्यालय में वाहन व्यवस्था की गई।
- कम्प्यूटर शिक्षण प्रारंभ किया गया।.